Harmony of Dichotomies: The Dance of Existence and Non- Existence

Harmony of Dichotomies: The Dance of Existence and Non- Existence

Insight – 2

2nd Chapter

 

लाओत्से की दृष्टि में विपरीत विरोधी नही। जिन चीज़ों को हम विरोध में देखते हैं लाओत्से उन्हें संयोग में देखते हैं। दूसरे अध्याय के दूसरे सूत्र में लाओत्से कहते है जो विपरीत है वही संगी भी है, जो शत्रु है वही मित्र भी। सारी दूरियां निकटता से ही तौली जाती हैं और सब निकटताएं दूरियों का ही छोटा रूप हैं।

वह कहते हैं जगत में विपरीत कुछ भी नही सिर्फ विपरीत दिखाई पड़ता है। जीवन होगा तो मृत्यु होगी ही, मृत्यु के बिना जीवन के होने का कोई उपाय भी नहीं। द्वंद्व को अलग नही किया जा सकता, वे संयुक्त हैं, बल्कि एक ही चीज के दो छोर हैं। देखा जाए तो पूरे जीवन का आधार विपरीत पर है, जहां भी कोई चीज है तत्काल उसे संभालने वाली उसके विपरीत चीज़ खड़ी है जैसे स्त्री और पुरुष, आकाश और पृथ्वी, ऋण विद्युत और घन विद्युत, अग्नि और जल, जीवन और मृत्यु। जीवन का सारा आयोजन विपरीत को सहारा दे कर आधार बनाना।

लाओत्से कहते हैं है कि हमें जो इतना भेद दिखाई देता है, वह सिर्फ भ्रांति है। चीज़ें इतनी तरल हैं कि अपने विपरीत में भी बह जाती हैं, खाई शिखर बन जाती है, शिखर खाई, जीवन मृत्यु बन जाता है और मृत्यु से पुन: जीवन, अंधेरा प्रकाश का धीमा रूप है और प्रकाश अंधेरे का प्रखर रूप। संगीत के विरोधी स्वर संयुक्त हो कर, लयबद्ध हो कर ही श्रेष्ठ संगीत को जन्म देते हैं। जिसे नीचे गिरने की हिम्मत हो वही उपर उठ सकता है। वो जो हमें मिटाने का उपाय कर रहा है उसके बिना हमारी संभावना ही नही। अगर दो न होंगे तो एक की होने की संभावना नही रहेगी, एक में जो भी अर्थ है वो दो के कारण ही है। अंधेरे से ही प्रकाश है, खाई ही शिखर का आधार है, दोनों संयुक्त हैं। जिसे हम अलग न कर सकें उसे विपरीत क्यों कहें। जितना हमें पता चलेगा कि चीज़ें आपस में जुड़ी हैं उतना ही बदलाव की इच्छा छूटती जाएगी। जब एकात्म उतरता है तब जीवन में संगीत पैदा होता है, वही संगीत ताओ है, धर्म है, ऋत है।

 

So it is that existence and non- existence give birtht the one to the idea of the other; that difficulty and ease produce the one the idea of the other; that length and shortness fashion out the one, the figure of the other; that the idea of height and lowness arise from the contrast of the one with the other; that the musical notes and tones become harmonious through the relationship of one with another; and that being before and behind give the idea of one following another.

 

 

 

 

 

Project Details

  • Acrylic on Canvas

  • Round 24" diameter

  • Year 2024