दोहा- 6

प्रेम का मार्ग अंतत: ध्यान की ओर ले जाता है और
ध्यान के मार्ग पर चलते हुए अंत में प्रेम मिलता हैं
प्रेम प्रमाण है ईश्वर के होने का…विस्तार का। सृष्टि का सुंदरतम सत्य और यात्रा का आखिरी पड़ाव! कबीर कहते हैं पोथी पढ़ने से कोई ज्ञानी नहीं होता, सच्चा ज्ञानी वो जिसने प्रेम को जाना

पोथी पढ़ि पढ़ि जग मुआ, पंडित भया न कोय,
ढाई आखर प्रेम का, पढ़े सो पंडित होय।।

Project Details

  • Pen, ink and acrylic on canvas sheet

  • Size A4

  • Year 2022