METAMORPHOSIS

पीड़ाओं ने दृष्टि दी
जो देख सके
पथराती देह
पीड़ाओं ने हाथ दिए
जिसने खोले द्वार
जो बंद किए थे
उस छलिया सुख ने
पीड़ाओं ने पांव दिए
कि चल सकूं
संवेदनाओं की परिधि पर
पीड़ाओं ने सुराख़ किया
हृदय की गुप्त खोह में
जहां खिलते थे
सृष्टि के सबसे खूबसूरत फूल!
~अंतरा

When grief rings…Surrender. There’s nothing else to do.. and the delivery is utter transformation!

Project Details

  • Acrylic on Canvas

  • Size : 31x 44 inches

  • Year 2022